सत्र की शुरुआत (Admission time)
आई0टी0आई0 में हर साल प्रवेश प्रक्रिया फरवरी से प्रारम्भ हो जाता है और अगस्त से सत्र प्रारम्भ हो जाता है।
प्रमाण-पत्र (Certificate)
प्रशिक्षण पूर्ण करने के उपरांत प्रशिक्षुओं को एन0सी0वी0टी0 (नेशनल कॉउन्सिल ऑफ़ वोकेशनल ट्रेनिंग) का अंक-पत्र एवं प्रमाण-पत्र यानि NTC (नेशनल ट्रेड सर्टिफिकेट) प्रदान किया जाता है।
आई0टी0आई0 प्रमाण-पत्र प्राप्त करने के बाद प्रशिक्षु रेलवे, एन0टी0पी0सी0, यू0पी0पी0सी0एल0, हिण्डाल्को, एन0सी0एल0, टाटा मोटर्स, मारुती सुजुकी, हुंडई, महिंद्रा, होण्डा, सेल, भेल, सिंचाई-विभाग, आदि विभागों से अप्रेंटिसशीप (Apprenticeship) करके NAC यानि (नेशनल अप्रेंटिस सर्टिफिकेट) प्रशिक्षु प्रमाण-पत्र प्राप्त कर सकता है।
जिस प्रमाण-पत्र से प्रशिक्षु भारत में किसी भी स्थान पर किसी भी कम्पनी में जाकर लिखित/साक्षात्कार के माध्यम से अपनी सेवा दे सकता है।
प्रमाण-पत्र के फायदें (Advantage of Certificate)
यदि आप 10वीं के बाद आई0टी0आई0 कर रहे हैं तो आई0टी0आई0 उत्तीर्ण करने के बाद हिन्दी व अंग्रेजी विषय का पेपर यू0पी0 बोर्ड से देकर आप 12वीं के समकक्ष डिग्री प्राप्त कर सकते हैं।
आप सीधे पॉलीटेक्निक द्वितीय वर्ष में प्रवेश लेटरल एंट्री के द्वारा ले सकते हैं।
आप राष्ट्रीय कौशल प्रशिक्षण संस्थान (NSTI) से शिल्प प्रशिक्षक प्रशिक्षण योजना (CITS) यानि आई0टी0आई0 अनुदेशक की डिग्री ले सकते हैं।
अन्य सुविधाएं (Facility)
आई0टी0आई0 के पुस्तकालय से पढ़ने हेतु नि:शुल्क पुस्तकें उपलब्ध।
आई0टी0आई0, प्रशिक्षण के दौरान राज्य सरकार द्वारा नियमानुसार छात्रवृत्ति / शुल्क प्रतिपूर्ति की व्यवस्था।
कम्प्यूर ट्रेनिंग की सुविधा।
पर्सनालिटी डेवलपमेंट की सुविधा।
खेल-कूद की सुविधा।
हास्टल की सुविधा।